जख्म भरे दिल की शायरी
जख्म भरे हैं दिल के कोने-कोने,
शायरी में बहते हैं दर्द के झोंके।जख्मों पर शायरी का मरहम लगा,
दर्द ने हर लफ्ज़ को और गाढ़ा किया।दिल के हर जख्म का हिसाब लिखती है,
शायरी की हर लाइन दर्द छूती है।जख्मों से झलका हर अफसाना,
शायरी में ढलता हर पुराना तराना।दिल के जख्मों से भरी किताब,
शायरी ने दिए दर्द को नए जवाब।
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